आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन:जैसा कि आप सभी जानते हैं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा ‘डिजिटल इंडिया’ मिशन की शुरुआत की गई थी, जिसमें विभिन्न सेवाओं और सुविधाओं का डिजिटलीकरण किया जा रहा है। इसी दिशा में सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र को भी डिजिटल बनाने का निर्णय लिया है। इसके लिए ‘आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन’ शुरू किया गया है।
इस मिशन के तहत, सरकार पूरे देश के नागरिकों का एक डिजिटल डाटाबेस तैयार करेगी। इससे नागरिकों को अपने स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ प्राप्त करना और अपना उपचार कराना आसान हो जाएगा। इस लेख के माध्यम से हम आपको आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे, जैसे कि इसका उद्देश्य, लाभ, विशेषताएँ, पात्रता, आवश्यक दस्तावेज, और आवेदन प्रक्रिया आदि।
यदि आप इस मिशन के लाभ का फायदा उठाना चाहते हैं, तो कृपया इस लेख को ध्यानपूर्वक पढ़ें और पूरी जानकारी प्राप्त करें।
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन 2024:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 15 अगस्त को ‘आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन’ की शुरुआत की घोषणा की। इसके बाद, यह मिशन देश के छह केंद्र शासित प्रदेशों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू किया गया। 27 सितंबर को इस योजना का पूरे देश में व्यापक रूप से प्रारंभ कर दिया गया है।
इस योजना के तहत, एक व्यापक डिजिटल स्वास्थ्य रिकॉर्ड डाटाबेस तैयार किया जाएगा जिसमें नागरिकों के स्वास्थ्य से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियाँ संचित की जाएंगी। इसके लिए, प्रत्येक नागरिक को एक ‘Health ID Card’ प्रदान किया जाएगा, जिसमें उनका पूरा हेल्थ डाटाबेस स्टोर रहेगा। यह कार्ड डॉक्टरों द्वारा मरीज की अनुमति से एक्सेस किया जा सकेगा।
इस डिजिटल डाटाबेस में नागरिकों के स्वास्थ्य से जुड़ी सभी प्रमुख जानकारियाँ जैसे कि चिकित्सा परामर्श, टेस्ट रिपोर्ट, और अन्य महत्वपूर्ण विवरण शामिल होंगे। इससे अब नागरिकों को अपने मेडिकल रिकॉर्ड को भौतिक रूप से संजोने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
इस मिशन के माध्यम से, देश भर के अस्पतालों और डॉक्टरों की जानकारी भी डिजिटल रूप से संग्रहित की जाएगी। इसके परिणामस्वरूप, नागरिक किसी भी डॉक्टर से घर बैठे ही परामर्श प्राप्त कर सकेंगे, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच और सुविधा में सुधार होगा। यह योजना स्वास्थ्य क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण और सकारात्मक परिवर्तन लाएगी।
पीएम मोदी हेल्थ आईडी कार्ड 2024 की जानकारी
विवरण | जानकारी |
---|---|
आर्टिकल किसके बारे में है | पीएम मोदी हेल्थ आईडी कार्ड |
किसने लॉन्च की स्कीम | केंद्र सरकार |
लाभार्थी | भारत के नागरिक |
आर्टिकल का उद्देश्य | इस योजना का मुख्य उद्देश्य सभी पेशेंट्स के डाटा को डिजिटल स्टोर करना है। |
ऑफिशियल वेबसाइट | यहां क्लिक करें |
साल | 2024 |
स्कीम उपलब्ध है या नहीं | उपलब्ध |
Ayushman Bharat Digital Mission के कॉम्पोनेंट्स
- हेल्थ आईडी
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के अंतर्गत नागरिकों को एक Health ID Card प्रदान की जाएगी। इस आईडी के माध्यम से व्यक्तियों की पहचान की जाएगी और उनके स्वास्थ्य रिपोर्ट को कई प्रणालियों एवं हित धारकों तक पहुंचाया जाएगा। यह आईडी बनाने के लिए नागरिकों से कुछ बुनियादी विवरण एकत्रित किया जाएगा। - हेल्थ प्रोफेशनल रजिस्ट्री
इस कंपोनेंट के अंतर्गत सभी हेल्थ प्रोफेशनल को पंजीकृत किया जाएगा, जिससे कि उनका डेटाबेस तैयार किया जा सकेगा। इस प्रक्रिया से हेल्थ प्रोफेशनल्स भारत के डिजिटल हेल्थ इको सिस्टम से जुड़ सकेंगे। - हेल्थ फैसिलिटी रजिस्ट्री
इस कंपोनेंट के अंतर्गत सभी अस्पतालों, क्लिनिक, प्रयोगशालाओं, इमेजिन केंद्रों, फार्मेसी आदि को पंजीकृत किया जाएगा। इससे सभी हेल्थ फैसिलिटी को भारत के डिजिटल स्वास्थ्य पारिस्थितिकी तंत्र से जोड़ा जा सकेगा। - हेल्थ रिकॉर्ड्स
इस अभियान के अंतर्गत सभी नागरिकों के हेल्थ रिकॉर्ड का एक डाटाबेस तैयार किया जाएगा। इस हेल्थ रिकॉर्ड को नागरिक जब चाहे, जहां चाहे उपयोग कर सकेंगे। हेल्थ रिकॉर्ड में मरीज की चिकित्सा से संबंधित सभी जानकारी स्टोर की जाएगी जैसे कि परामर्श, टेस्ट की रिपोर्ट आदि।
संपूर्ण ग्रामीण रोजगार योजना
Statistics
- हेल्थ आईडी: 1,557,334
- हेल्थ फैसिलिटीज अप्रूव्ड: 1,540
- डॉक्टर अप्रूव्ड: 3,208
आरोग्य मंथन 3.0 के अंतर्गत प्रदान की गई Ayushman Bharat Digital Mission से संबंधित जानकारियां
- 15 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा Ayushman Bharat Digital Mission की घोषणा की गई थी।
- यह योजना हेल्थ सेक्टर में एक महत्वपूर्ण कल्याणकारी बदलाव लाने में कारगर साबित होगी।
- इस अभियान को 6 केंद्र शासित प्रदेशों में मिशन मोड में आरंभ किया गया था।
- केंद्र शासित प्रदेश में इस योजना के सफल कार्यान्वयन के बाद पूरे देश में लॉन्च करने की घोषणा 27 सितंबर को की गई।
- हेल्थ आईडी कार्ड में स्टोर किया गया डाटा पूरी तरह से गोपनीय होगा।
- यह योजना डिजिटल रिवोल्यूशन का एक नया डायमेंशन है जिसका लाभ हर नागरिक उठा सकेगा।
- यह योजना नागरिकों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने में भी कारगर साबित होगी।
- हेल्थ प्रोफेशन और सुविधाओं को एक प्लेटफार्म से जोड़ा जाएगा जिससे नागरिक बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का चयन कर सकेंगे।
- इस योजना से इंक्लूसिव हेल्थ केयर सुनिश्चित होगा।
- मरीजों को डॉक्टर से कंसल्ट करने के लिए भौतिक रूप से उपस्थित होने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी; मरीजों का उनके घर से ट्रीटमेंट किया जा सकेगा।
- सभी हितग्राहियों को इस योजना की सफलता के लिए एक साथ आना होगा।
- हेल्थ आईडी कार्ड में नागरिक का पूरा हेल्थ रिकॉर्ड्स स्टोर होगा और किसी भी पेपर वर्क, रसीद या किसी अन्य व्यक्ति पर निर्भरता नहीं होगी।
- योजना के पहले चरण में 6 केंद्र शासित प्रदेशों में संचालित की गई: अंडमान निकोबार, पुडुचेरी, दादर एंड नगर हवेली दमन एंड दिउ, लक्षदीप, लद्दाख, और चंडीगढ़।
- इस योजना के माध्यम से गरीब एवं मध्यम वर्ग के इलाज में होने वाली दिक्कतों को भी दूर किया जा सकेगा।
- टेक्नोलोजी के माध्यम से देश के अस्पतालों को डिजिटल रूप से कनेक्ट किया जाएगा।
- पिछड़े इलाकों में रहने वाले नागरिक भी अच्छे डॉक्टर से अपने घर बैठे ट्रीटमेंट प्राप्त कर सकेंगे।
- इस योजना की सफलता से समय से डॉक्टर तक मरीज का पूरा हेल्थ रिकॉर्ड पहुंचाया जा सकेगा, जिससे इमरजेंसी की स्थिति में मदद मिलेगी।
Ayushman Bharat Digital Mission का उद्देश्य
- आधुनिक डिजिटल स्वास्थ्य प्रणाली स्थापित करना।
- कोर डिजिट अस्वास्थ्य डाटा का प्रबंधन करना।
- स्वास्थ्य रिकॉर्ड के आदान-प्रदान के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचा विकसित करना।
- परिभाषित मानकों के अनुसार आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के साथ एकीकरण सुनिश्चित करके मौजूदा स्वास्थ्य सूचना प्रणाली को मजबूत बनाना।
- स्वास्थ्य देखभाल की गुणवत्ता सुनिश्चित करना।
- सभी स्तरों पर शासन की दक्षता एवं प्रभावशीलता बढ़ाना।
- स्वास्थ्य विभाग का बेहतर प्रबंधन करना जिससे स्वास्थ्य डेटा का विश्लेषण और चिकित्सा अनुसंधान किया जा सके।
- नैदानिक निर्णय समर्थन प्रणालियों का उपयोग बढ़ाना।
- स्वास्थ्य सेवाओं के प्रावधान में नेशनल पोटेबिलिटी सुनिश्चित करना।
- यह सुनिश्चित करना कि निजी क्षेत्र के स्वास्थ्य देखभाल संस्था एवं पेशेवर आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के निर्माण में सक्रिय रूप से भाग लें।
- सभी राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य धारकों द्वारा मानकों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना।
- अंतरराष्ट्रीय मानकों के आधार पर व्यक्तिगत स्वास्थ्य रिकॉर्ड की एक प्रणाली बनाना जिससे स्वास्थ्य पेशेवर एवं सेवा प्रदाताओं को मरीज से संबंधित जानकारी प्राप्त हो सके।
Ayushman Bharat Digital Mission का इको सिस्टम
- सेंट्रल गवर्नमेंट
- स्टेट गवर्नमेंट
- प्रोग्राम मैनेजर
- रेगुलेटर
- एसोसिएशन
- डेवलपमेंट पार्टनर्स/एनजीओस
- Non-profit ऑर्गेनाइजेशन
- एडमिनिस्ट्रेटर
- हेल्थ केयर प्रोफेशनल
- अदर प्रैक्टिशनर्स
- डॉक्टर्स
- हेल्थ टेक कंपनी
- टीपीए इंश्यूरर्स
- लैब्स, फार्मेसी, वैलनेस सेंटर
- हॉस्पिटल क्लिनिक
- पॉलिसी मेकर
- प्रोवाइडर
- एलाइट प्राइवेट एंटिटी
Ayushman Bharat Digital Mission की पृष्ठभूमि
- सभी उम्र के नागरिकों के लिए स्वास्थ्य एवं कल्याण के उच्चतम स्तर की प्राप्ति विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य एवं देखभाल सुविधाओं के माध्यम से करना।
- स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा एक कमेटी का गठन किया गया है, जिसके अध्यक्ष श्री जी सत्यनारायण हैं।
- कमेटी द्वारा राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य ब्लूप्रिंट तैयार किया गया है, जो बिल्डिंग ब्लॉक्स और डिजिटल स्वास्थ्य को व्यापक और समग्र रूप से लागू करने के लिए एक कार्य योजना तैयार करता है।
Ayushman Bharat Digital Mission का विजन
- स्वास्थ्य सुविधाओं को कुशल बनाना।
- सभी नागरिकों तक स्वास्थ्य सेवाओं को पहुंचाना।
- नागरिकों के स्वास्थ्य डेटाबेस को गोपनीय रखना।
- डेटाबेस को समय पर उपलब्ध करवाना।
- हेल्थ केयर सुविधाओं को सुलभ बनाना।
Ayushman Bharat Digital Mission के अंतर्गत अवसर
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, ब्लॉकचेन और क्लाउड कंप्यूटिंग जैसी तकनीकों का इस्तेमाल करके डिजिटल स्वास्थ्य पारिस्थितिकी तंत्र को सुविधाजनक बनाया जा सकता है। इन तकनीकों के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार किया जा सकता है।
- आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत डिजिटल बुनियादी ढांचे का सफलतापूर्वक उपयोग करके लाभार्थियों की पहचान से लेकर अस्पताल में प्रवेश एवं उपचार करवाने तक एक सूचना प्रौद्योगिकी प्लेटफार्म से एंड टू एंड सेवाएं प्रदान की गई हैं।
- वर्तमान सार्वजनिक डिजिटल बुनियादी ढांचा जैसे कि आधार, एकीकृत भुगतान इंटरफेस और इंटरनेट, मोबाइल फोन आदि के माध्यम से आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के कार्यान्वयन में सहायता प्राप्त होगी।
- डॉक्टरों, स्वास्थ्य सुविधाओं को डिजिटल रूप से पहचानना, इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर की सुविधा, गैर आवासीय अनुबंधों को सुनिश्चित करना, कागज रहित भुगतान करना, डिजिटल रिकॉर्ड को सुरक्षित रूप से संग्रहित करना आदि जैसी सुविधाएं इस योजना के माध्यम से प्राप्त होंगी।
Ayushman Bharat Digital Mission के लाभ
- स्वास्थ्य सेवाओं के वितरण की दक्षता, प्रभावशीलता एवं पारदर्शिता में उल्लेखनीय सुधार किया जा सकेगा।
- मरीज अपने मेडिकल रिकॉर्ड को सुरक्षित रूप से स्टोर एवं एक्सेस कर सकेगा और रिकॉर्ड को उचित उपचार प्राप्त करने के लिए स्वास्थ्य देखभाल प्रदाताओं के साथ साझा कर सकेगा।
- स्वास्थ्य सुविधाओं एवं सेवा प्रदाताओं के बारे में भी अधिक सटीक जानकारी प्राप्त हो सकेगी।
- टेली परामर्श और ई-फार्मेसी के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ प्राप्त किया जा सकेगा।
- सार्वजनिक एवं निजी दोनों स्वास्थ्य सेवाओं का विकल्प प्रदान किया जाएगा।
- दावों की प्रक्रिया को डिजिटल बनाना और तेजी से प्रतिपूर्ति को सक्षम करने में भी मदद मिलेगी।
- नीति निर्माताओं एवं कार्यक्रम प्रबंधकों के पास डाटा की बेहतर पहुंच होगी, जिससे सरकार को विभिन्न प्रकार के निर्णय लेने में सहायता प्राप्त होगी।
- शोधकर्ताओं को अध्ययन एवं मूल्यांकन में सहायता प्राप्त होगी और एक व्यापक फीडबैक लूप की सुविधा मिलेगी।
Ayushman Bharat स्वस्थ अकाउंट से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारी
- आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का हिस्सा होते हुए, आयुष्मान भारत स्वस्थ अकाउंट (ABHA) उपयोगकर्ता के स्वास्थ्य रिकॉर्ड को सुरक्षित रूप से संग्रहित और प्रबंधित करने के लिए एक डिजिटल अकाउंट है।
- प्रत्येक व्यक्ति को एक यूनिक ABHA नंबर प्रदान किया जाएगा, जो स्वास्थ्य सुविधाओं और सेवा प्रदाताओं से संपर्क करने में मदद करेगा।
- ABHA अकाउंट का उपयोग करके मरीज स्वास्थ्य रिकॉर्ड को आसानी से एक्सेस और शेयर कर सकते हैं।
Ayushman Bharat Digital Mission के अन्य पहलू
- हेल्थ रिकॉर्ड्स का आदान-प्रदान करने के लिए संचार और एकीकरण की प्रक्रिया को सरल बनाना।
- डेटा सुरक्षा और गोपनीयता को सुनिश्चित करना।
- स्वास्थ्य प्रणाली के सभी हिस्सों को डिजिटल रूप से जोड़ना।
- स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को सुधारने के लिए रणनीतियों का निर्माण करना।